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आज के सभी फसलों के मार्केट रिपोर्ट और तेजी मंदी की संभावना दिनांक : 18 अप्रैल 2025 शुक्रवार

Posted on April 18, 2025April 18, 2025

 

आज के सभी फसलों के मार्केट रिपोर्ट
दिनांक : 18 अप्रैल 2025 शुक्रवार

रिपोर्ट : 🧄🌽🥜डेली मंडी भाव 🧄🌽🥜

देखे इस पोस्ट के माध्यम से फसलों के तेजी मंदी की संभावना प्रमुख फसल इस प्रकार हैं।
गेहूं, मक्का, सोयाबीन, मसूर, उड़द, मूंग, तुवर, देसी चना, काबुली चना, राजमा, मटर, लालमिर्च, लौंग, छोटी इलायची, कालीमिर्च, सोंठ, पिस्ता, जीरा, काजू, आदि

गेहूं-घटने की गुंजाइश नहीं
17 अप्रैल गेहूं की आवक मध्य प्रदेश राजस्थान की मंडियों में बढ़ गई थी, जिस कारण बाजार काफी नीचे आ गया था, लेकिन पिछले सप्ताह की वहां बरसात होने से गेहूं की कटाई मड़ाई एवं आवक घट गई है। आज भी बादल छाए हुए हैं तथा मौसम खराब है, इसे देखते हुए 50/60 रुपए प्रति कुंतल की टेंपरेरी तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं। यहां 2600 रुपए बिकने के बाद 2620 रुपए प्रति कुंतल हो गया तथा एक बार 2670 रुपए बन सकता है। उत्पादक मंडियों में ऊंचे भाव को देखकर दिल्ली 2600 का घर तोड़ना मुश्किल लग रहा है।

बारीक चावल-निर्यातकों की मांग बढ़ने लगी
17 अप्रैल धान एवं चावल का उत्पादन इस बार अधिक होने से राइस मिलों में स्टॉक भारी मात्रा में जमा हुआ है तथा उत्पादन के अनुसार निर्यात नहीं हुआ है, जिसके चलते काफी भाव नीचे आ गए हैं। वर्तमान में धान के भाव से मिलों को मिलिंग पड़ता महंगा लग रहा है। दूसरी ओर निर्यातक नीचे वाले भाव में माल पकड़ने लगे हैं, जिससे बाजार फिर से 150/200 रुपए बढ़ गया है तथा इसमें 500 रुपए प्रति क्विंटल की और तेजी लग रही है तथा नीचे वाले भाव दूर-दूर तक दिखाई नहीं देंगे। इधर स्टॉक के माल भारी मंदे में काफी कट चुके है, इन परिस्थितियों में वर्तमान भाव के सभी तरह के बासमती चावल में आगे चलकर बाजार बढ़ जाएगा। इसके साथ-साथ मोटे चावल में भी मंदे की गुंजाइश नहीं है।

मक्की मंदे की गुंजाइश नहीं
17 अप्रैल मध्य प्रदेश राजस्थान एवं महाराष्ट्र की मंडियों में मक्की का स्टॉक लगभग समाप्ति की ओर है दूसरी ओर मौसम खराब होने से बिहार में 100/125 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गई है, इस वजह से पुराने माल भी जो एथेनॉल कंपनियों को 2350 रुपए मध्य प्रदेश से बिक रहा था, उसमें 100 रुपए का इजाफा हो गया है। नये माल में स्टॉकिस्ट फिर से लिवाल आ गए हैं, जिससे मंदे की अभी गुंजाइश नहीं है, लेकिन वर्तमान भाव में अपना माल बेचते रहना चाहिए। इधर स्टॉकिस्टों, स्टार्च मिलों एवं एथेनॉल कंपनियों की लिवाली भी घटे भाव में बढ़ गई है। हरियाणा पंजाब पहुंच में मक्की 2580/2600 रुपए प्रति कुंतल बिक गई है।

बाजरा-वर्तमान में रिस्क नहीं
17 अप्रैल हम मानते हैं कि बाजरे का उत्पादन यूपी हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश सभी उत्पादक राज्यों में बहुत बढ़िया हुआ है, इन सब के बावजूद भी डिस्टीलरी प्लांटों के अलावा खाद्यान्न में 22-23 प्रतिशत अतिरिक्त खपत से जो माल मंडियों में आ रहा है, वहां बिकता जा रहा है। हरियाणा पंजाब पहुंच में राजस्थान का बाजरा 2450/2500 रुपए प्रति कुंतल बिक रहा है तथा मंडियों में 2300/2330 रुपए सूखे माल का व्यापार हो रहा है, उसकी मांग लगातार बनी हुई है। अतः इन भावों में बाजरा आगे चलकर भरपूर लाभ पर जाएगा।

मसूर- माल खरीदते रहिए
17 अप्रैल मसूर की नई फसल आने लगी है। मुंगावली गंज बासौदा सागर एवं भोपाल लाइन में नये माल के भाव 5800/6200 रुपए प्रति कुंतल के बीच नमी एवं डस्ट के हिसाब से चल रहे हैं। यहां भी उन मालों के भाव बिल्टी में 6530/6540 रुपए प्रति क्विंटल बोल रहे हैं। कनाडा के माल 6270/6300 रुपए प्रति कुंतल बोल गए हैं। अब देसी विदेशी माल का अंतर काफी कम हो गया है। अतः अभी बिल्टी में मसूर 100 रुपए और बढ़ सकती है। अब इन भावों में व्यापार करना चाहिए।

उड़द यहां से बढ़ने की उम्मीद
17 अप्रैल उड़द का स्टाक किसी भी मंडी में ज्यादा नहीं है, उधर यूपी का भी माल यहां कम आ रहा है, जिससे रंगूनी महंगा बिक रहा है। यही वजह है कि रंगूनी एफ ए क्यू एवं एसक्यू यहां उड़द एसक्यू 81 एवं एफ ए क्यू की 75.25 रुपए प्रति किलो पर ज्यादा नहीं घट रहे हैं, जबकि देसी माल 73/75 रुपए लोकल में बिक रहे हैं। अभी मिलों को मिलिंग में पड़ते नहीं लग रहे है, जिससे पक्के माल बढ़ाकर बोलने लगे हैं। विदेशी माल साफ मिल रहे है, जिस कारण रंगूनी माल ग्राहकी निकलते ही बढ़ जा रहा है। उधर पीछे से माल भी महंगा मिल रहा है, इसलिए उड़द आगे तेज हो जाएगा।

मूंग- तेजी का लॉजिक नहीं
17 अप्रैल मध्य प्रदेश की हल्की भारी मूंग लगातार उतर रही है, जिससे राजस्थानी माल में तेजी का कोई लॉजिक नहीं लग रहा है। राजस्थान में मूंग का स्टाक बंपर है, लेकिन बढ़िया क्वालिटी की अपने भाव पर बिकेगी, बशर्ते हल्के माल ज्यादा उठने नहीं देंगे। वर्तमान में एवरेज क्वालिटी की मूंग 7500/8000 रुपए बिक रही है तथा सिलेक्टेड माल 8100 रुपए तक बोल रहे हैं। एमपी वाले माल 6800/7400 रुपए प्रति कुंतल के बीच चल रहे हैं। दूसरी फसल चारों तरफ बोई हुई अच्छी है। अतः मूंग में कुछ दिन ठहर कर मंदा आएगा।

तुवर- कुछ बाजार सुधर सकता है
17 अप्रैल रंगून में तुवर के नीचे भाव होने से चेन्नई में पिछले एक पखवाड़े के अंतराल आयात सौदे अधिक हुए थे, जिस कारण वहां स्टाक ज्यादा हो गया है। चेन्नई से हाजिर डिलीवरी में चेन्नई में तुवर 69 रुपए बोल रहे हैं, उसके भाव यहां हाजिर में 73 रुपए रह गए हैं। आगे दाल मिलें हर भाव में खरीदने लगी हैं तथा स्टॉकिस्ट अपना माल रोकने लगे हैं। अतः यह भाव नीचे वाले लग रहे हैं, उधर फॉरवर्ड के सौदे मंदे नहीं मिलने से बाजार कुछ तेज लग रहा है।

देसी चना- किसी भी मंडी में प्रेशर नहीं
17 अप्रैल चने की बिजाई चौतरफा इस बार कम हुई है। ऑस्ट्रेलिया के चने में भी आयात की दहशत समाप्त हो गयी है, वहीं से मिल वाले ऑस्ट्रेलिया के चने को 6000 रुपए प्रति क्विंटल मिल पहुंच में लिवाल हैं, जिससे राजस्थान के चने भी 5850 रुपए लॉरेंस रोड पर खड़ी मोटर में हो गए है। फिलहाल राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के पुराने माल आने बंद हो गए हैं, राजस्थान मध्य प्रदेश महाराष्ट्र कर्नाटक का माल प्रेशर में नहीं आ रहा है तथा मंडियों में स्टाक भी ज्यादा नहीं है। अतः अब 200/300 रुपए बढ़ सकते हैं।

राजमां चित्रा-व्यापार में रिस्क नहीं
17 अप्रैल राजमां चित्रा गन्ना भूटानी एवं इंडियन ब्राजील के माल में लगातार स्टॉकिस्ट एवं चुगाई वाले खरीदने पर लगे, जिससे बाजार बढ़ता जा रहा है। इंडियन ब्राज़ील एवं भूटानी माल 20-25 रुपए किलो निचले स्तर से बढ़ गया है। चीन में भी बाजार चालू र 14/21 अंतराल 2/3 रुपए तक बढ़ गए हैं। इधर इंडियन ब्रा….. चुगाई वाले व्यापारियों को पड़ता लग रहा है, उसे देखते हुए देसी मालों का व्यापार ज्यादा बढ़िया रहेगा। यहां भी गन्ना माल 79/80 रुपए तथा इंडियन ब्राजील 100/102 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रहा है। चीन के माल 110 रुपए प्रति किलो के आसपास चल रहे हैं।

काबुली चना-व्यापार लाभ देगा
17 अप्रैल काबुली चने की नई फसल आंध्र प्रदेश कर्नाटक महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश में आने लगी है, लेकिन इस बार किसी भी मंडी में माल का दबाव नहीं बन पा रहा है, क्योंकि समय से पहले मौसम का तापमान बढ़ जाने से प्रति हैक्टेयर उत्पादकता घट गई है। इस वजह से यहां एवरेज क्वालिटी का महाराष्ट्र का माल 4 रुपए बढ़कर 75/76 रुपए प्रति किलो हो गये है। गुजरात के माल भी 70/72 रुपए बोलने लगे हैं। अब विदेशों में काबली चना मजबूत हो गया है, जिससे धीरे धीरे बाजार और तेज लग रहा है।

मटर-और तेजी आएगी
17 अप्रैल मटर की नई फसल मंडियों में आकर लगभग निपट चुकी है, क्योंकि इस बार घरेलू उत्पादन मुश्किल से 15-17 प्रतिशत के करीब रह गया है। पिछले दिनों सरकार द्वारा आयात नीति में अचानक परिवर्तन कर दिए जाने से एक बार फिर मंदे का दलदल देसी विदेशी माल में जरूर बन गया था, लेकिन इन भावों में माल कम मिलने से दो-तीन रुपए बढ़ाकर 35/36 रुपए प्रति किलो मटर की खरीद होने लगी है। विश्व में बढ़ते भाव से यहां कमी को देखते हुए 10 रुपए प्रति किलो की तेजी लग रही है।

लालमिर्च : सुधार के आसार नहीं
17 अप्रैल घटी कीमत पर भी यहां लालमिर्च का उठाव सुस्त बना हुआ है। इसके परिणामस्वरूप यहां 334 नंबर लालमिर्च 14 हजार रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर ही बनी रही। हाल ही में इसमें 500 रुपए की मंदी आई थी। गुंटूर में इसकी करीब 1.25 लाख बोरियों की आवक होने तथा कीमत बीते दिन के स्तर पर ही बनी होने की सूचना मिली। तुलनात्मक रूप से ऊंची आवक के कारण बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में लालमिर्च में सुधार के आसार नहीं है

लौंग : सुस्ती जारी रहेगी
17 अप्रैल घटी कीमत पर भी लौंग की बिक्री सुस्त ही बनी हुई है। इसके फलस्वरूप यहां लौंग 800 रुपए प्रति किलोग्राम के पूर्वबंद स्तर पर ही रुकी रही। हाल ही में इसमें 10-15 रुपए की मंदी आई थी। अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपया कमजोर बना होने से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में लौंग सुस्त ही बनी रह सकती है।

छोटी इलायची: मंदी नहीं
17 अप्रैल आज हुई आरएनएस स्पाइसेज नीलामी में छोटी इलायची की आवक घटकर 40,726 किलोग्राम की होने की जानकारी मिली। आवक तुलनात्मक रूप से नीची होने तथा लिवाली बढ़ने से इसकी औसत नीलामी कीमत तेज होकर 2686.44 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर जा पहुंचने की सूचना मिली। इससे पूर्व 7 अप्रैल को हुई इस नीलामी में यह कीमत 2593.44 रुपए थी। यहां घटी कीमत पर भी स्टॉकिस्टों की लिवाली सुस्त ही बनी होने से छोटी इलायची साढ़े सात एमएम 2800 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बनी रही। हाल ही में इसमें 50 रुपए की मंदी आई थी। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में छोटी इलायची में मंदी का डर नहीं है।

कालीमिर्च : सुस्ती बनी रहेगी
17 अप्रैल घटी कीमत पर भी कालीमिर्च का उठाव सुस्त ही बना रहा। यही वजह है कि यहां कालीमिर्च मरकरा 790 रुपए प्रति किलोग्राम के पूर्वस्तर पर ही स्थिर बनी रही। हाल ही में इसमें 10 रुपए की मंदी आई थी। कोच्चि में आवक तथा कीमत एक दिन पूर्व के स्तर पर ही बनी होने की जानकारी मिली। कर्नाटक में फसल कमजोर आने की चर्चा से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में कालीमिर्च सुस्त ही बनी रहने के आसार हैं।

सौंठ: घटने की आशंका नहीं
17 अप्रैल घटी कीमत पर भी सौंठ की बिक्री सुस्त ही बनी हुई है। इसके परिणामस्वरूप यहां सौंठ सामान्य 23,500 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वबंद स्तर पर ही अपरिवर्तित बनी रही। हाल ही में इसमें 500 रुपए की मंदी आई थी। कोच्चि में आवक तथा कीमत बीते दिन के स्तर पर ही बनी होने की सूचना मिली। निर्यातकों की सक्रियता से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में सौंठ घटने का डर नहीं है।

पिस्ता : मजबूती बनी रहेगी
17 अप्रैल घटी कीमत पर पिस्ते के उठाव में वृद्धि देखी गई है। इसके फलस्वरूप यहां पिस्ता पेशावरी 50 रुपए तेज होकर 2600 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर जा पहुंचा। इससे पूर्व हाल ही में इसमें इतनी ही मंदी आई थी। ब्याह-शादियां चालू होने तथा गर्मियां भी शुरू होने की वजह से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में पिस्ता मजबूत ही बना रहने का अनुमान है।

जीरा : तेजी की आस नहीं
17 अप्रैल घटी हुई कीमत पर भी जीरे की बिक्री में कमी आई है। यही वजह है कि यहां जीरा सामान्य 100 रुपए और मंदा होकर 26,200 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गया। बीते दिन इसमें 200 रुपए की मंदी आई थी। ऊंझा में इसकी करीब 35 हजार बोरियों की आवक होने तथा 50-80 रुपए प्रति 20 किलोग्राम की मंदी आने की रिपोर्ट मिली। सटोरियों की लिवाली कमजोर ही बनी होने से सक्रिय वायदा 350 रुपए या 1.45 प्रतिशत मंदा होकर 23,780 रुपए पर आ गया। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में जीरे में तेजी की आस नहीं है।

काजू : बढ़ने के आसार नहीं
17 अप्रै बढ़ी हुई कीमत पर काजू का उठाव सुस्त ही बना हुआ है। इसके परिणामस्वरूप यहां काजू 180 नंबर 1125 रुपए प्रति किलोग्राम के पूर्वस्तर पर ही टिका रहा। हाल ही में इसमें 20-25 रुपए की तेजी आई थी। खपत का सीजन नहीं होने से बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में काजू बढ़ने के आसार नहीं हैं।

गोला बुरादा : मंदी का डर नहीं
17 अप्रैल बढ़ी हुई कीर 11/17 गोला बुरादा की बिक्री सुस्त ही बनी हुई है। इसके फलस्वरूप यहां गोला बुरादा सामान्य 5 हजार रुपए प्रति 25 किल्प्रेोम के पूर्वस्तर पर ही स्थिर बना रहा। हाल ही में इसमें 100 रुपए की तेजी आई थी। ब्याह-शादियों का सीजन फिर से शुरू होने के कारण बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। आने वाले एक-दो दिनों में हाजिर में गोला बुरादा में मंदी की आशंका नहीं है।

दूध पाउडर-व्यापार करते रहिए
17 अप्रैल उत्तर भारत में लिक्विड दूध की उपलब्धि प्लांटों में कम हो गयी है, जिस कारण प्लांट फुल क्षमता में नहीं चलने से लिक्विड दूध का प्रोक्योरमेंट चालू सप्ताह एक रुपए प्रति किलो बढ़ाकर 54/56 एवं वीएलसी 57 रुपए प्रति किलो कंपनियों ने खरीद किया। लिक्विड दूध की आपूर्ति घटकर एक करोड़ लीटर उत्तर भारत के प्लांटों में दैनिक रह गई है। यहां प्रीमियम क्वालिटी के 315/325 रुपए प्रति किलो हो गए हैं। अतः वर्तमान भाव में स्टाक के लिए खरीदना चाहिए। दक्षिण भारत के दूध पाउडर में भी वर्तमान भाव चौतरफा

देसी घी-ठहरकर 150 रुपए फिर बढ़ेगा
17 अप्रैल लिक्विड दूध की आपूर्ति मेरठ खुर्जा सियाना बुलंदशहर अलीगढ़ खुर्जा छर्रा कासगंज पिहोवा पलवल आगरा मेवात कुरुक्षेत्र कुंडली राई सभी क्षेत्रों के उत्पादक प्लांटों में पहले की अपेक्षा वृद्धि हुई है। जिस कारण देसी घी के भाव पिछले एक पखवाड़े से 8600/8800 रुपए प्रति टीन पर नीचे चल रहे हैं। बटर के भाव भी 82 प्रतिशत फैट वाले माल के 435/455 रुपए पर तेज बोलने लगे हैं। इस बार यूरोपीय एवं इजिप्ट के देशों में बटर का निर्यात भी बढ़ गया है। देसी घी एवं बटर के निर्यात में लग रहे हैं। इस वजह से और बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। आगे चलकर बाजार 150 रुपए और बढ़ सकता है।

चीनी में कारोबार कमजोर, शक्कर मजबूत 17 अप्रैल ग्राहकी का समर्थन ना होने से स्थानीय बाजार में चीनी में मंदे का रुख जारी रहा। जबकि आवक कमजोर होने से गुड़ व शक्कर की कीमतों में मजबूती का रुख रहा।
ग्राहकी कमजोर होने एवं रिसेलरों की बिकवाली के कारण चीनी मिल डिलीवरी 3990/4100 रुपए तथा हाजिर में इसके 4300/4425 प्रति कुंतल पर सुस्त रहे। उत्तर प्रदेश की मंडियो में आवक कमजोर होने के कारण गुड चाकू के भाव 4050/4150 रूपये तथा ढैया के भाव 4100/4200 प्रति कुंतल पर मजबूत रहे। सीमित बिकवाली के कारण खांडसारी के भाव भी 5000/5100 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए

सरसों तेल : मंदा नहीं
17 अप्रैल हरियाणा व राजस्थान की बिकवाली घटने एवं ग्राहकी निकलने से सरसों तेल के भाव 100 रुपए बढ़कर 13000 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। टीनों में इसके भाव 2150/2350 रूपए पर मजबूत रहे। हरियाणा की मंडियों में इसके भाव 12800 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। बिकवाली कमजोर होने से गंगानगर मंडी में सरसों तेल कच्ची घानी के भाव 13300 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। आपूर्ति व मांग को देखते हुए भविष्य में इसमें अभी तेजी की संभावना कम है। बाजार सीमित दायरे में घूमता रह सकता है।

एसिड ऑयल : घटने के आसार कम
17 अप्रैल साबुन निर्माताओं की मांग निकलने तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से सोया एसिड ऑयल के भाव 7000/7050 रुपए प्रति कुंतल पर मजबूत रहे। मध्य प्रदेश की मंडियों में इसके भाव 6500 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। आयातकों की बिकवाली से कांदला में पाम फैट्टी की कीमतें 9150 रूपये पर टिकी रहीं। स्टॉक व मांग को देखते हुए इसमें मंदे की संभावना नहीं है।

बिनौला खल: मजबूती की उम्मीद
17 अप्रैल पशु आहार वालों की मांग बढ़ने तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से बिनौला खल के भाव 50 रूपये बढ़कर 3300/3650 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। पंजाब में आवक बिनौले की कीमतें 3900/4000 रूपये प्रति क्विंटल बोली गई। महाबीर जयंती के उपलक्ष्य एनसीडीईएक्स में वायदा कारोबार आज बंद रहा। सप्लाई व मांग को देखते हुए भविष्य में इसमें मंदे की संभावना कम है।

सोया तेल : सीमित घट-बढ़
17 अप्रैल शिकागो सोया तेल वायदा के प्लस में होने आने एवं आपूर्ति घटने के कारण सोया रिफाइंड के भाव 150 रुपए बढ़कर 13300 रूपये प्रति कुंतल हो गए। मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में मांग कमजोर होने से सोया रिफाइंड के भाव 12800/12900 रूपये प्रति क्विंटल बोले गये। आयातकों की बिकवाली से कांदला में इसके भाव 12550 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। स्टॉक व मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में इसमें ज्यादा घट-बढ़ की संभावना नहीं है। बाजार सीमित दायरे में घूमता रह सकता है।

राइस फैट्टी : गिरावट की उम्मीद कम
17 अप्रैल साबुन निर्माताओ की मांग निकलने तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से राइस फैट्टी के भाव 9200/9250 रुपए प्रति क्विंटल पर टिके रहे। पंजाब में इसके भाव 9000 रुपए प्रति कुंतल पर मजबूत रहे। आयातकों की बिकवाली कमजोर होने से कांदला पाम फैटी के भाव 9150 रूपये प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे। आपूर्ति व मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में इसमें विशेष घट-बढ़ की संभावना नहीं है। बाज़ार रूका रह सकता है।

अरंडी तेल : रूका रह सकता है
17 अप्रैल पेंट निर्माताओं की मांग निकलने तथा आपूर्ति कमजोर होने से अरंडी तेल के भाव 13500/13600 रूपए प्रति कुंतल पर टिके रहे। अहमदाबाद में इसके भाव 13250 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। सटोरिया लिवाली घटने से एनसीडीईएक्स में अप्रैल डिलीवरी में मामूली गिरावट रही। सप्लाई व मांग को देखते हुए इसमें गिरावट की उम्मीद कम है।

सोयाबीन : लंबी तेजी नहीं
17 अप्रैल घटी कीमत पर सोयाबीन का उठाव सुस्त ही बना हुआ है। यही वजह है कि जलगांव में सोयाबीन 4350 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर ही अपरिवर्तित बना रहा। हाल ही में इसमें 100 रुपए की मंदी आई थी। उधर, निवेशकों की हल्की-फुल्की लिवा से शिकागो के सक्रिय तिमाही सोया तेल वायदा में 3 से प्रति पौंड तथा केएलसीई के सक्रिय तिमाही पाम तेल वायदा में 11 रिंगिट प्रति टन की तेजी आने की जानकारी मिली। इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में सोयाबीन में लंबी तेजी का अनुमान नहीं है।

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