🙏 *नमस्कार किसान भाइयों*🙏
- किसान भाइयों कुछ व्यापारी भाइयों से जानकारी मिली है कि दक्षिण भारत का सबसे बड़ा त्योहार जिसे पोंगल के नाम से जाना जाता है जो 14 जनवरी से मनाया जाता है तो साउथ में 14 जनवरी से पहले का जो सप्ताह होता है उसमें लहसुन की डिमांड रहती हैं अगर आने वाले सप्ताह में(6 से 11 जनवरी तक) लहसुन के बाजार में अगर हमें तेजी देखने को मिलती है तो यहां पर किसान भाइयों लहसुन बेचने का है क्योंकि फिर 15 जनवरी के बाद में साउथ की डिमांड कम हो जाती हैं और नई ऊटी लहसुन भी तैयार है तो वह भी मार्केट में आने लगेगी तो बाजार फिर आगे किसी मोड़ पर चलता है उसको 15 जनवरी बाद पता चलेगा अगर अभी इस हफ्ते में बाजार तेज रहते हैं तो आपको लहसुन को बेचना चाहिए।
- लहसुन को बेचने से पहले ये बातें भी ध्यान में रखें
1. पुराना लहसुन अभी कितना और बचा है ।
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2. नई ऊटी लहसुन 15 जनवरी बात कितनी मात्रा में आ सकती हैं ।
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3. 10 से 15 जनवरी को बारिश भी बता रहे हैं मौसम विभाव वाले तो नई लहसुन कितना लेट हो सकती हैं ।
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4. बारिश होती हैं तो पुराना बचा हुआ लहसुन कितने समय तक पूर्ति कर सकता हैं ।
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5. पिछले वर्ष 25जनवरी से 10 फरवरी तक जो अच्छे भाव मिले उस को ध्यान में रखते हुए कितने लोगों ने लहसुन बचा कर रखा है क्या वो भाव इस वर्ष मिल सकते हैं या नहीं।
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6. देखा जाए तो पिछले वर्ष से भी ज्यादा भाव नवंबर 2024 में देखे गए हैं उस से ज्यादा भाव आने की कितनी संभावना अब बनती हैं या बिल्कुल भी वो भाव आने की उम्मीद नहीं है।
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7. बाजार में तेजी मंदी देख कर आवक का फ्रेशर ज्यादा ना बनाए।
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8. ये सभी बाते ध्यान में रख कर अपनी फसल को बेचने का निर्णय ले।
- *नोट : किसान भाइयों हमे जो जानकारी प्राप्त हुई है वो आप को बता रहे हैं लेकिन फिर भी लहसुन आप का है कब बेचना है या रोकना है आप खुद से निर्णय ले लाभ हानि सदैव आप की रहेंगी*
*रिपोर्ट : 🧄🙏🏻🌽डेली मंडी भाव*🧄🥜🌽